Madhu Arora

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लेखनी प्रतियोगिता -20-Jun-2022मनोरंजन

मन के भीतर खुशी
 मनोरंजन के हजारों साधन है जहांँ में,
 उन साधनों का क्या करें हम ।
 जब खुशी नहीं मन के भीतर,
 सब साधन है बेकार यहां।
 मन मुस्कुराना चाहिए,
 मनोरंजन के साधन कुछ काम आने चाहिए।
 साधन बनाए सारे आपने
 आप ही के वास्ते.
 मन के रास्ते तक ना जा पाते,
 तनाव से सब रुक जाते ।
 मोबाइल पर है नए ऐप ,
 खुशी दिलाने के वास्ते।
 ना खुशी मिली आपको,
 लाफ्टर क्लब में जाकर भी।
खड़ी है कहीं दिवारे,
अकेलेपन से जड़ी।
नहीं मिलती आंतरिक खुशी तुमको,
कर लो कितने क्लब जॉइन।
अकेलेपन को दूर कर,
प्रसन्नता  तुमको चाहिए।
किसी के जीवन में आप खुशी लाइए,
फिर आप प्रसन्न होंगे यहांँ।
नेक काम कोई कीजिए,
नहीं झूझोगे किसी अवसाद से
माफ सबको कीजिए।
आगे बढ़ते जाइए ,
नफरत ना कमाइए।
चार दिन की जिंदगी,
फिर आप मुस्कुराईए।।
            रचनाकार ✍️
            मधु अरोरा
 

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8 Comments

Seema Priyadarshini sahay

22-Jun-2022 10:56 AM

बेहतरीन रचना

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Pallavi

21-Jun-2022 04:50 PM

Nice post 😊

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Shrishti pandey

21-Jun-2022 10:21 AM

Nice

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